ईमेल क्या है, इससे क्या होता है। कैसे email भेजते है और कैसे read करते है, क्या काम आता है email और इसके क्या फैदे और क्या नुकसान है वो सब हम अभी इस article में जानने वाले है।
अगर आप स्मार्ट फ़ोन use करते होगे तो आपने email या gmail सब्द सुना जरुर होगा, पर अगर उसके वारे में नहीं जानते तो कोई बात नहीं, आपको ईमेल की पूरी जानकारी यही मिल जाएगी!
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ईमेल क्या है ?
इलेक्ट्रॉनिक मेल को संक्षिप्त में ईमेल कहते हैं। कोई भी संदेश या पत्र जो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भेजा गया हो उसे ईमेल कहा जाता है।
टेक्नोलॉजी की बदलती दुनियामें हर चीज बदल रही है, कुछ सालो पहले सफ़र पैदल, बैलगाडी या घोड़ागाड़ी से किया जाता था और आज इनकी जगह आधुनिक कार, बस, ट्रेन और हवाई जहाजों ने ले ली है, इसी तरह कुछ सालों पहले अपने प्रियजनों को संदेश भेजने के लिए पोस्ट ऑफिस में जाकर ख़त लिखना पड़ता था और आज यही संदेश हम बिना पोस्टऑफिस जाए ईमेल या एसएमएस के जरिए घरबैठे भेज सकते है।
ईमेल भेजने पर संदेश तुरंत अगले व्यक्ति को मिल जाता है, जबकि पारंपारिक संदेश भेजने पर संदेश पोहचने में कुछ दिनों का वक़्त लगता है।
पारंपारिक संदेश भेजने के लिए हमें लिफाफा और रेवेन्यू तिकीट की जरुरत पड़ती है, इसके साथ हमें सामने वाले व्यक्ति का पत्ता मालूम होना जरुरी है। इन सब जानकारियों के साथ हमें पोस्टऑफिस में जाना पड़ता है, लेकिन ईमेल भेजने के लिए हमें इनमेसे किसी भी चीज की जरुरत नही पड़ती।
इंटरनेट से ईमेल भेजने के लिए हमें केवल इंटरनेट और सामने वाले व्यक्ति का ईमेल एड्रेस पता होना जरुरी है। यह ईमेल एड्रेस एक पंक्ति का होता है, जिसे याद रखना बेहद आसान होता है। उदाहरण के तौर पर रोहित मेवाडा का email ले लेते है Admin@RohitMewada.com. हमें ईमेल भेजने के लिए इस तरह के ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल करना होगा।
ईमेल का इतिहास
ईमेल क्या है यह जानने के बाद ईमेल का इतिहास को जानना भी जरुरी है। ईमेल का अविष्कार किसने किया इसपर विवाद है। अमेरिकी वैज्ञानिक रे टॉमलिंसनने सन 1972 में पहला ईमेल संदेश भेजा, यह संदेश उन्होंने खुदको भेजा था। रे टॉमलिंसन ने ही सर्वप्रथम @ चिन्ह का इस्तेमाल किया था, इससे पहले ईमेल केवल एकसमान उपकरणों पर भेजा जा सकता था।
इसका मतलब अगर आपके पास सैमसंग कंपनी का मोबाइल है, तो केवल सैमसंग के मोबाइल पर ही आप ईमेल भेज सकते थे, अन्य उपकरणों पर आप ईमेल नही भेज सकते थे, लेकिन रे टॉमलिंसनने इसमें बदलाव कर इसे सबके लिए खोल दिया।
30 अगस्त 1982 को अमेरिकी सरकार ने भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक शिवा अय्यदुरईको आधिकारिक रूप से ईमेल का खोजकर्ता माना, अमेरिकी सरकार के मुताबिक सन 1978 में शिवा अय्यदुरई ने एक प्रोग्राम तैयार किया। शिवा अय्यदुरईने इसे ‘ईमेल’ का नाम दिया और ईमेल की नीव रखी। कमाल की बात यह है की जब शिवा अय्यदुरई ने ईमेल की खोज की तब उनकी उम्र महज 14 साल थी।
ईमेल कैसे भेजते है ?
जैसा की हमने ऊपर बताया ईमेल भेजने के लिए आपके पास खुदका ईमेल आईडी और अगले व्यक्ति का ईमेल एड्रेस मालूम होना जरुरी है, साथ साथ आपके पास इंटरनेट कनेक्शन होना भी जरुरी है।
खुदका ईमेल एड्रेस बनाने के लिए आपको किसी ईमेल सर्विस प्रोवाइडर के साथ अपनी ईमेल आईडी बनानी पड़ेगी।
मार्किट में बहोतसे ईमेल सर्विस प्रोवाइडर है जो फ्री में ईमेल आईडी बनाने की सुविधा देती है। आप इन प्रोवाइडर की मदत से मुफ़्त में ईमेल आईडी बनाकर इस्तेमाल कर सकते है। जब आप खुदकी ईमेल आईडी बना लेंगे, तब इस आईडी की मदत से दूसरों को आसानी से ईमेल भेज सकते है।
बदुया email कैसे भेजते है उसकी जानकारी यहाँ दी हुई है, आप वो पढ़ कर सिख सकते है।
सबसे पॉपुलर ईमेल सर्विस प्रोवाइडर कौनसे है?
दुनिया में बहोतसे ईमेल सर्विस प्रोवाइडर है, जिनकी मदत से आप महज कुछ मिनट में ईमेल आईडी बना सकते है। यहाँ पर में दुनिया के सबसे पॉपुलर ईमेल सर्विस प्रोवाइडर के बारे में शेयर कर रहा हु. जिनकी वेबसाइट पर जाकर आप आसानी से ईमेल आईडी बना सकते है।
- Gmail.com : दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होनेवाली ईमेल सेवा है गूगल की जीमेल। जीमेल को दुनियाभर में इस्तेमाल किया जाता है, जीमेल भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल कियी जानेवाली ईमेल सर्विस प्रोवाइडर है, इस वेबसाइट पर आप फ्री में ईमेल आईडी बना सकते है। जीमेल के ईमेल अड्रेस के पीछे @gmail.com लिखा होता है।
- Outlook.com : आउटलुक भी पॉपुलर ईमेल प्रोवाइडर में से एक है। आउटलुक को माइक्रोसॉफ्ट ने बनाया है। आउटलुक को पहले hotmail के नाम से जाना जाता था, आउटलुक के ईमेल अड्रेस के पीछे @outlook.com लिखा होता है।
- Yahoo.com : याहू कंपनी ने अपने ग्राहकों को फ्री में ईमेल आईडी बनाने की सुविधा दी है, याहू ईमेल अड्रेस के पीछे @yahoo.com लिखा होता है.
- Aol.com : एओएल की स्थापना सन 1983 में वेरीजोंन कंपनी ने की थी। एओएल भारत में उतनी पॉपुलर नही है, लेकिन पश्चिमी देशों में एओएल बेहद प्रसिद्ध है.एओएल ईमेल अड्रेस के पीछे @aol.com लिखा होता है।
- Mail.com : मेल डॉट कॉम की शुरुआत साल 1995 में हुयी थी। इस वेबसाइट पर भी आप फ्री में ईमेल आईडी बना सकते है. मेल डॉट कॉम क ईमेल अड्रेस के पीछे @mail.com लिखा होता है।
आप इन वेबसाइट में से किसी भी वेबसाइट पर जाकर खुदके लिए फ्री में ईमेल आईडी बना सकते है।
ईमेल हैक होने से कैसे बचाते है जरुर पढ़े, ताकि कोई आपका account hack ना कर सके।
ईमेल और जीमेल में क्या अंतर होता है?
ईमेल और जीमेल दोनों एकसमान है,अंतर बस इतना है की ईमेल एक कॉमन प्रोडक्ट का नाम है और जीमेल गूगल द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट का नाम है. अक्सर कुछ लोग ईमेल और जीमेल के अंतर को इंटरनेट पर ढूंढते है। जबकि ईमेल और जीमेल में कुछ खास अंतर नही है। ईमेल का मतलब इलेक्ट्रॉनिक मेल होता है और जीमेल का मतलब गूगल कंपनी का इलेक्ट्रॉनिक मेल होता है।
आसान भाषा में समझा जाए तो ईमेल एक मोबाइल की तरह है, यह किसी भी कंपनी का हो सकता है जैसे सैमसंग, एप्पल, नोकिया, विवो जैसी मोबाइल कंपनीया अलग अलग है। लेकिन यह सभी कंपनिया मोबाईल बनाती है और उस मोबाईल को अपने पसंद का नाम देती है। उसी तरह ईमेल सेवाको भी बेहदसी कंपनीयो ने बनाया है और उसे अपनी पसंद का नाम दिया है।
जैसे गूगल, याहू, आउटलुक, एओएल, मेल इत्यादि कंपनियो ने अपनी खुदकी ईमेल सेवा शुरू की और अपने पसंदीदा नाम दिया। इसी तरह गूगल ने जीस ईमेल सेवा को बनाया उसे जीमेल {Gmail} का नाम दिया। Gmail में ‘G’ का मतलब गूगल होता है और मेल का मतलब ईमेल होता है।
ईमेल के फायदे
- ईमेल आईडी बनाने का सबसे बड़ा फायदा है की यह सुविधा बिलकुल फ्री है, इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको एक भी पैसा खर्च करने की जरुरत नही पड़ती।
- आपको ईमेल भेजने के लिए पोस्टऑफिस जाने की जरुरत नही पड़ती, इस सुविधा के जरिए आप घरबैठे संदेश भेज सकते है।
- ईमेल भेजने पर आपका संदेश तुरंत अगले व्यक्ति को मिल जाता है।
- ईमेल भेजने के लिए आपको सामने वाले शख्स के घर का पता मालूम होना जरुरी नही।
- पारंपारिक संदेश को पोस्टमैन पढ़ सकता है, जबकि ईमेल को सिर्फ भेजने वाला और जिसे ईमेल मिलता है वह शख्स पढ़ सकता है।
- बड़ी बड़ी कंपनियों द्वारा दियी गयी ईमेल सुविधा पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
- ईमेल एड्रेस की मदत से आप पैसो का लेनदेन भी कर सकते है।
ईमेल के नुकसान
- कईबार ईमेल एड्रेस पर स्पैम मेल आते है, जिसकी वजह परेशानी हो सकते है।
- कई एडवरटाइजिंग कंपनिया आपके ईमेल पर बार बार जाहिरात के मेल भेजते है, जिससे भी आप परेशानी होती है।
- ईमेल भेजने के लिए आपको इंटरनेट की जरुरत पढती है, बिना इंटरनेट के आप मेल नही भेज सकते।
- गलत ईमेल का जवाब देनेसे आपके साथ धोकाधडी हो सकती है।
At Last:
तो दोस्त अब आप जान चुएक है, email क्या है, किस काम आता है और कैसे काम करता है और कहा इसको use किया जाता है।
अगर आपका अभी भी कोई सबल हो तो comment जरुर करे, और हमेसा सीखते रहे :)
Very Nice Dear Sir
email par aane wale sabhi mails ko ham koi dusare email par dal sakte hai kya ? kyuki mera ek email ab mai use nahi kar raha hu to iske sabhi mail muje ek or email addres me dalne hai
Email ओर Gmail में अंतर बहुत अच्छे तरीके से समझाया है आपने स्टेप बाय स्टेप.
इसके लिए थैंक्स
Email ke upar best jaankari di hain.
Thanks sir for sharing